Friday, 18 October 2024

अंक १ - मुखपृष्ठ आणि अनुक्रमणिका

पश्चिमाई - दिवाळी अंक २०२४ 


सर्व हक्क लेखकांस स्वाधीन. या अंकातील मते संबंधित लेखकांची आहेत, त्यांस संपादक मंडळ जबाबदार नाही.

मुखपृष्ठ आणि रेखाचित्रे – रवी दाते. 

अनुक्रमणिका

1       स्वागत (श्रीकांत पट्टलवार)

2       लेख, कथा

2.1        लेख – माझे अलौकिक गुरू (सौ. वृंदा जोशी)

2.2        कथा – परतफेड (डॉ. अनुपमा श्रोत्री)

2.3        लेख – निरागस "फुलबाज्या" (लीना फाटक)

2.4        पत्र – यश : व्याख्या, प्राप्ती आणि मोजमाप (रवी दाते)

2.5        कादंबरी – ‘बे-जमाव’: प्रस्तावना (कुमार जावडेकर)

2.6        कथा – भुताचं भुयार (अंजली शेगुणशी)

2.7        लेख – कॅलिडोस्कोप (डॉ मृणाल शहा)

2.8        लेख – गान-सरस्वती (डॉ मुकुल आचार्य)

3       आस्वाद (कविता / गीत/ गजल)

3.1        आस्वाद – 'ग' ची बाधा (सदर) : किनारा (कुमार जावडेकर)

3.2        बॉडी पार्ट्स (लीना फाटक)

3.3        कविता – दान (अनिरुद्ध कापरेकर)

3.4        कविता – शरण (अनिरुद्ध कापरेकर)

3.5        कविता – व्यथा (अंजली शेगुणशी)

3.6        कविता – विसर्जन (डॉ. मुकुल आचार्य)

4       गप्पा

4.1        विष्णू येती घरा (मीरा पट्टलवार)

5       डिंगूचा कट्टा

5.1        इथे साकारल्या मूर्ती (श्रीकांत पट्टलवार, संतोष देशपांडे, अश्विनी काणे, कल्पना मुनागपती)

5.2        लहान मुलांसोबत केला दिवाळीचा किल्ला आणि सगळ्यांनी केला कल्ला (नुपूर व विक्रांत पवनीकर)

6       चणे-फुटाणे

6.1        मोफत ज्ञान (श्रीकांत पट्टलवार)

7       पश्चिमाई (कुमार जावडेकर) 

No comments:

Post a Comment

प्रतिसाद

संयोजक

श्रीकांत पट्टलवार, मीरा पट्टलवार, रवी दाते, मुकुल आचार्य, कुमार जावडेकर